अगर हिंदू हो तो जरूर पढ़े
शाहाबाद नगर पालिका का एक जूता फिर हिंदू समाज पर, मंदिर के गेट पर जमीन पर लिखा राम का नाम,मंदिर आने जानें वाले लोगों के पैरों के नीचे पड़े राम का नाम
और बटो ताकि लोग तुम पर हंसे मुस्लिम समाज के कर्मचारी कभी नहीं चूकते क्योंकि उनको पता है कि उनके आका नगर पालिका के अध्यक्ष हैं उन पर कुछ कोई कार्यवाही नहीं होगी। बद किस्मत हिंदू समाज अपने ही समाज के कमीशन खोर नेताओं और दलालों के हाथों मजबूर है पता नहीं किस दिन ईश्वर की कृपा शाहाबाद विधानसभा पर होगी कि एक ईमानदार नेक व्यक्ति शाहाबाद विधायक की कुर्सी पर बैठेगा ताकि इस प्रकार के होने वाले कुकृत्य से हिंदू समाज बच सके। शाहाबाद विधायक माननीय मंत्री जी की गलती नहीं है गलती उन दलालों की है जो 2007 से 12 के बीच आसिफ खान बब्बू के चमचे थे पर सत्ता परिवर्तन होते ही वह भारतीय जनता पार्टी के नेता बन गए गलती भारतीय जनता पार्टी हरदोई की है जो ऐसे दोहरे चरित्र के लोगों को जो हिंदुओं के ऊपर अत्याचारों करने वालों के समर्थक थे उनको भारतीय जनता पार्टी में जगह दी और कमान भी दे दी और वह दलाल कमीशन खोर आज ईमानदार भाजपा नेता। सत्यता यह है कि शाहाबाद में कुछ नहीं बदला तहसील, थाना कोई अन्य विभाग हर जगह उनका ही जलवा कायम है यह बात छोटी नहीं है प्रभु श्री राम को ये मुस्लिम समाज कभी नहीं समझ सकता कि प्रभु श्री राम हिंदुओं के लिए क्या है शाहबाद फेसबुक पर बहुत से लोगों की पोस्ट देखता हूं फिर जब मैं पोस्ट लिखता हूं तो समझ में आता है कि कितना दोगला किस्म का शाहाबाद का हिंदू समाज का व्यक्ति है एक कमेंट करने से बचता है कि कहीं हमारा नाम ना लिख जाए सच बोलेंगे नहीं अगर आप राजनीति में बैठे नेता को सही समय पर टोकेंगे नहीं तो ये हमारा आपका दोहन करते रहेंगे कमीशन बनाते रहेंगे मुझे किसी राजनेता से नेता से किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं मेरा व्यक्तिगत कोई लेनदेन नहीं लेकिन हिंदू समाज को जहां पर भी बदनाम किया जाएगा मैं अपनी आवाज बुलंद करूंगा और बोलूंगा शाहाबाद भारतीय जनता पार्टी चुनाव जीती नेताओं के बड़े-बड़े बोल बड़े-बड़े दावे मंचों से आते थे कि वही मुईन खान होंगे वहीं थाना होगा वहीं उनका हिसाब होगा लेकिन कमीशन खोरी की आड़ में आज सब दब गया भारतीय जनता पार्टी के लिए जीवन तब भी समर्पित था और मरते दम तक रहेगा लेकिन दोगले नेताओं के आगे और कमीशन खोरों के आगे कभी नहीं जाऊंगा चाहे वह स्वयं की पार्टी के ही क्यों ना हो। विधायिका जी आंखें खोले
बड़ा सवाल सुपरवाइजर पर करवाई क्यों नहीं की नगरपालिका ने अभी तक।
दोषी सुपरवाइजर पर मुकदमा क्यों नही लिखवाया अभी तक नगरपालिका ने।कौन बचा रहा है सुपरवाइजर को
जेल की सलाखों के पीछे होना चाहिए हिंदूद्रोही नगरपालिका सुपरवाइजर
शाहाबाद नगरपालिका के मोहल्ला बरुआ बाजार का है पूरा मामला
हर्षदीप मिश्र रवि की स्पेशल रिपोर्ट
